हरदोई। विकास क्षेत्र सुरसा में चल रहे पांच दिवसीय सुरसा महोत्सव में रविवार को विराट कवि सम्मेलन में आये हुए कवियों ने अपनी रचनाओं से ऐसा समां बांधा की श्रोता देर रात तक अपनी कुर्सियों पर डटे रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ आयोजक सुरसा के पूर्व ब्लाक प्रमुख रामपाल सिंह व वरिष्ठ साहित्यकार बृजराज सिंह तोमर ने मां शारदा के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर किया।कवि सम्मेलन की शुरुआत गीतकार पवन कश्यप की वाणी वन्दना से हुई।ओज कवि आलोक पांडेय ने "गौरैया के नौनिहाल बाज खा गया, देखो देखो देखो रामराज आ गया।"पढ़ राजनीति पर तंज कसा।फतेहपुर से पधारे गीतकार नवीन शुक्ल ने "दुर्योधन घर श्याम रोज अब मेवा खाने जाते हैं।खुद माधव ही चीरहरण के दांव सिखाने जाते हैं " गीत पढ़ वाहवाही लूटी।
संयोजक हास्य कवि अजीत शुक्ल ने " गुंजाइश जहां पर वीडियो बनने की जरा हो,न भूलकर ऐसी जगह मालिश कराइये"कविता पर श्रोता लोटपोट हो गए।वरिष्ठ कवि बृजराज सिंह तोमर ने" चैन नजरों से नहीं मिल रहा नजारों से,और भला क्या हमको चाहिए बहारों से।"गीत पर तालियां बटोरी।
हरदोई बिलग्राम से निशांत शुक्ला की रिपोर्ट