शाहाबाद।देश के मिसाइलमैन एवं पूर्व राष्ट्रपति डा0 एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती को समाजसेवियों ने मनाकर उन्हें याद किया।
समाजसेवी संस्था चैंपियन एसोसिएशन फॉर आइडियल मूवमेंट्स द्वारा डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती को रेलवे स्टेशन मार्ग स्थित आरोग्यमेव जयते अस्पताल पर आयोजित करके उन्हें श्रद्धांजलि देते हुये उनके महान व्यक्तित्व पर प्रकाश डालकर श्रद्धांजलि दी गई।इस मौके पर संस्थापक डॉ अमित कुमार पाठक ने कहा कि अत्याधुनिक रक्षा तकनीक की भारत की चाह के पीछे एक मजबूत ताकत बनकर उसे साकार करने का श्रेय डा़0कलाम को जाता है और देश के उपग्रह कार्यक्रम,निर्देशित और बैलेस्टिक मिसाइल परियोजना,परमाणु हथियार तथा हल्के लड़ाकू विमान परियोजना में उनके योगदान ने उनके नाम को हर भारतीय की जुबां पर ला दिया।डॉ पाठक ने कहा कि कलाम जी के भारत के प्रति योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।उन्होंने भारत में कई तकनीकी पहलुओं को आगे बढ़ाया और उसी प्रकार वह खुद भी मेड इन इंडिया थे जिन्होंने कभी विदेशी प्रशिक्षण हासिल नहीं किया।संस्था के महामंत्री राजीब बाजपेई ने कहा कि हम सब अब्दुल कलाम के आदर्शों को अपनायें तो निश्चित ही जीवन में आगे बढ़ पाएंगे।वे एक महान पुरूष थे,जिन्होंने शिक्षा के स्तर को बुलंदियों तक पहुंचाया।व्यवस्थापक आलोक पाठक ने कहा कि उनके अंदर एक महामानव बसता था।वे गीता को पढ़ते ही नहीं,जीते भी थे।उनके मस्तिष्क में विज्ञान था तो हृदय में कला उनमें सदैव एक सच्चे मानव को गढ़ते रहती थी।राष्ट्रभक्ति उनकी रगों में रक्त बनकर बसी थी।इस अवसर पर संस्था के दिनेश मिश्रा,शिवू खा,देवेंद्र कुमार,अंकित कुमार,सुमित,रोहित आदि ने डॉ कलाम के चित्र पर फूल माला अर्पित करते हुए उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
हरदोई बिलग्राम से निशांत शुक्ला की रिपोर्ट