Friday, October 18, 2019

सुहागिन स्त्रियों ने अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए रखा करवा चौथ व्रत


*मेरे सजना तेरी जिंदगानी रहे...*



बिलग्राम कस्बे सहित आसपास गांव में करवाचौथ का त्योहार बड़े हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। त्योहार को लेकर सुहागिनों में उत्साह देखा गया। सुहागिनों ने सोलह शृंगार कर पति की लंबी आयु को करवाचौथ का व्रत रखा। शाम तक भूखी प्यासी रही। चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति का दीदार किया। सजना के हाथों से पानी पीकर सुहागिनों ने व्रत खोला
सुहाग का प्रतीक त्योहार करवाचौथ बुधवार को कस्बे भर में उमंग और उत्साह के साथ मनाया गया। त्योहार को लेकर सुहागिन उत्साहित रही दुल्हन की तरह सोलह शृंगार किया। हाथों पर सजना के नाम की मेहंदी रचाई। पांवों में महावर लगाया। चांदी की नई पाजेब और बिछुवे पहने सुबह स्नान कर महिलाओं ने करवाचौथ का व्रत रखा। दोपहर के समय विधिविधान के साथ करवाचौथ व्रत की कथा कही पूजा अर्चना आदि की गई। शाम के समय करवों का पूजन किया गया। कई जगहों पर सामूहिक करवाचौथ का पूजन किया गया। इसके बाद महिलाओं ने पति की पसंद का घरों में विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए गए घरों में चहल-पहल देखी गई 
वहीं बाजार में चहल पहल रही  खरीदारी को बाजार में भीड़ देखी गई  वहीं, महिलाओं ने चांद निकलने का बेसब्री से इंतजार किया  शाम को छलनी में जलता हुआ दीपक रखकर चंद्रमा और पति का दीदार किया पति की लंबी आयु के लिए चंद्रमा को अर्घ्य देकर कामना की  इसके बाद पति के हाथों से पानी पीकर सजनी ने व्रत खोला पुरुषों ने महिलाओं को उपहार आदि भेंट किए बिलग्राम कस्बे में करवा चौथ पर्व पर बुधवार शाम को सुहागिनों ने निर्जल व्रत रख कर पति की दीर्घायु की कामना की चांद का दीदार कर पति का आशीर्वाद लिया इस पर्व पर अपने घरों में  महिलाओं ने तरह-तरह के व्यंजन और पकवान बनाए माता करवा की पूजा अर्चना कर सदा सुहागिन रहने की प्रार्थना की पूरे दिन निर्जला उपवास रख कर बृहस्पतिवार की शाम को सुहागिनों ने सोलह शृंगार कर माता करवा की पूजा की पकवान बनाए चांद का दीदार कर अर्घ्य दिया और पति के पैर छूकर आशीर्वाद लिया  जीवनसाथी ने पानी पिला कर उपवास खुलवाया साथ बैठ कर भोजन कर परंपरा को निभाया सुख दुख में साथ देने का वचन दिया बता दें कि चांद का दीदार होने के साथ ही आतिशबाजी छोड़ कर खुशी मनाई गई बिलग्राम कस्बे की महिलाओं ने शाम को सज धज कर आई सुुहागिनों ने विधि विधान से पूजा-अर्चना की इस अवसर पर नगर व आसपास की महिलाएं ने पूजा की कस्बे की छतों पर भारी संख्या में महिलाए नजर आई