Thursday, November 28, 2019

मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण अभियान दो दिसम्बर से

नोएडा । जनपद में दो दिसम्बर से बड़े स्तर पर मिशन इन्द्रधनुष-2 अभियान के तहत बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा। इस अभियान में ऐसे छूटे बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा, जिन्होंने अब तक कोई भी टीका नहीं लगवाया है अथवा जिनका संपूर्ण टीकाकरण नहीं हुआ है। यह अभियान चार चरणों में चलेगा। पहला चरण दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में, दूसरा चरण जनवरी के प्रथम सप्ताह, तीसरा चरण फरवरी के पहले सप्ताह और चौथा चरण मार्च के पहले सप्ताह में चलाया जाएगा। यह जानकारी गुरूवार को सीएमओ कार्यालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अनुराग भार्गव व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. नेपाल सिंह ने संयुक्त रूप से दी।


उन्होंने बताया विभाग द्वारा टीकाकरण के लिए किये गये सर्वे में 1467 गर्भवती महिलाएं और 6549 बच्चे ऐसे चिन्हित हुए हैं, जिन्होंने सभी टीके नहीं लगवाए हैं। मिशन इन्द्र धनुष के तहत इन सभी को टीके लगाए जाएंगे। अभियान के तहत डीपीटी, पोलियो, बीसीजी, पेंटा, एमआर (मीजल्स-रूबेला), रोटा वायरस और टीडी (टिटनेस-डिप्थीरिया) के टीके लगाए जाएंगे। वहीं गर्भवती महिलाओं को टीडी का टीका लगाया जाएगा। विभाग द्वारा किये गये सर्वे के दौरान टीकाकरण से छूटे, आंशिक टीकाकरण और टीकाकरण न करवाने वाले परिवारों को चिह्नित किया गया है। इस अभियान में शहर के साथ तीन ब्लाक दादरी दनकौर और बिसरख में टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। डा. नेपाल सिंह ने बताया सर्वे में चिह्नित परिवारों और बच्चों जिनका टीकाकरण होना हैं, उन्हें टीकाकरण से दो दिन पहले एक पर्ची दे दी जाएगीं, जिस पर टीकाकरण से संबंधित जानकारी होगी, मसलन बच्चे को कौन सा टीका लगना है, कहां लगना है। उन्होंने बताया हालांकि लगने वाले इन टीकों में किसी का भी रियेक्शन नहीं होता है फिर भी एहतियात के तौर पर टीका लगने के बाद बच्चे को 30 मिनट तक टीकाकऱण शिविर में डाक्टरों की देखरेख में रखा जाएगा।


जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया - इन्द्रधनुष अभियान में दो तरह के बच्चों को शामिल किया गया है। पहला लेफ्ट आउट- जिन बच्चों को एक भी टीका नहीं लगा है। दूसरा ड्राप  आउट - ऐसे बच्चे जिन्होंने एक दो टीके लगवाने के बाद बीच में अन्य टीके नहीं लगवाये ।


निर्माणाधीन साइट्स पर विशेष ध्यान


 जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया मिशन इन्द्रधनुष अभियान के तहत ईंट-भट्ठों और निर्माणाधीन साइट्स पर रहने वाले परिवारों के टीकाकारण पर विशेष जोर दिया जाएगा। दोनों स्थान ऐसे हैं जहां परिवार एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट होते रहते हैं।


 ये है मिशन इन्द्रधनुष अभियान


 भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 25 दिसम्बर 2014 में घोषित किया गया टीकाकरण कार्यक्रम है। इन्द्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले इस मिशन का उददेश्य 2020 तक उन सभी बच्चों का टीकाकरण करना है जिन्हें टीके नहीं लगे हैं। अभियान के तहत डिप्थीरिया, काली खांसी,  हेपेटाइटिस बी, टिटनेस, पोलियो, टीबी और खसरा समेत 7 बीमारियों के टीके लगाए जाते हैं।



  • 'अभियान में ऐसे क्षेत्रों को लक्षित किया गया है, जहां टीकाकरण कम हुआ अथवा नहीं हुआ है। केन्द्र सरकार की ओर से इस अभियान के तहत टीकाकरण की कवरेज को बढ़ाकर 90 फीसद तक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।'


– डा. अनुराग भार्गव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी