Wednesday, November 27, 2019

सिर्फ सामना ही समाधान है

एक बार बनारस में स्वामी विवेकानंद जी मंदिर से पूजा करके निकल रहे थे कि तभी वहां पहले से उपस्थित बहुत सारे बंदरों ने उन्हें घेर लिया। बन्दर स्वामी जी पर आक्रमण करने को तत्पर थे। वे उनसे प्रसाद छीनने के लिए उनके निकट आने लगे। स्वामी जी बहुत भयभीत हो गए। स्वामी जी स्वयं को बचाने के लिए भागने लगे, पर वे बंदर तो पीछा छोड़ने को तैयार ही नहीं थे। समीप में खड़ा एक वृद्ध संन्यासी ये सब दृश्य देख रहा था। उन्होंने स्वामी जी को रोका और कहा-रुको! डरो मत अपितु उनका सामना करो और देखो कि क्या होता है। वृद्ध संन्यासी की बात सुनकर स्वामी जी का साहस बढ़ गया और बंदरों की ओर बढ़ने लगे। तब उनके आश्चर्य का ठिकाना न रहा जब उनके सामना करने पर सभी बंदर भाग खड़े हुए । तात्पर्य यह कि कभी किसी चीज से भयभीत हों तो उससे भागो मत। पलटो और सामना करो।