बुलंदशहर डाक अधीक्षक के0एस यादव ने आज दोपहर लगभग 12 बजे सिकन्दराबाद के उपडाकघर कायस्थबाडा पर अचानक औचक निरीक्षण किया। जिस पर उपडाकघर कायस्थबाडा के पोस्टमास्टर सहित कर्मचारियों के हाथ पैर फूल गये ओर हंडकप मच गया।
डाक अधीक्षक के0 सी0 यादव ने उपडाकघर के संपूर्ण दस्तावेजों को घंगालना शुरू कर दिया ओर एक के बाद एक की जांच पड़ताल गहनता से की।
जांच के दौरान डाक अधीक्षक के साथ स्टेनो व अन्य अधिकारी मौजूद रहे कुलदीप सिंह ने भी डाक अधीक्षक का साथ निभाया ओर कंप्यूटर पर लेखा जोखा ना करना, पासबुक की गिनती में एक पासबुक कम पाया जाना जो की शक के घेरे में नजर आयी। इसके अलावा पासबुक में पैसौ का लेन -देन मेनुअली पाई जाने पर डाक अधीक्षक ने नाराज़गी जताई और प्रिटर से लेखा जोखा करने की नसीहत दी हालांकि इस उपडाकघर में प्रिटर की हालत ख़राब व नाजुक पिछले काफी दिनों से चली आ रही है। इसी कारण इस डाकघर में रजिस्ट्री की रसीद प्रिटर द्वारा नही दी जाती । उसको दुरुस्त कराने का आदेश जारी किया।ओर सभी काम- काज कंप्यूटर से करने का आदेश दिया। इसके अलावा कंप्यूटर द्वारा कैस का हिसाब- किताब व मेनुअली हिसाब का मिलान आदि किया गया। ओर इसके बाद मुख्य गेट पर पत्र पेटीका का भी निरीक्षण किया।
आज की इस जांच में मुख्य खामियाँ इस प्रकार रही।
न01- 1पासबुक कम होना पायी गयी।
न02- पासबुक में एंट्री प्रिटर द्वारा ना करके मेनुअली पायी गयी।
न03- काफी टिकट बचे रहने पर डाक अधीक्षक ने तत्काल बेचने के निर्देश दिये।
न04- इस डाकघर के मुख्य गेट पर डाकघर का बोर्ड भी नहीं होना पाया गया जिस पर डाक अधीक्षक ने अपने ही सामने बोर्ड तत्काल लगवाया।
आमतौर पर इस डाकघर में नेट की समस्या अधिकतर बनी रहती है ओर आज की इस जांच में नेट का वेट इन जांच अधिकारीयो को भी करना पडा।
जांच अधिकारीयो की टीम के जाने के बाद डाकघर कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।