Friday, January 3, 2020

किसानों का टूटा धैर्य प्राइमरी पाठशाला में बंद किए गोवंश

किसानो का टूटा धैर्य प्राईमरी पाठशाला मे 
बंद किए गोवंश 



अहार,राजीव चौधरी  की रोपोर्ट


बुलंदशहर जनपद मे आवारा पशुओं को लेकर प्रशासन की 
मुश्किले थमने का नाम नही ले रही है।ऐसा ही एक मामला विकाश खंण्ड़ अनूपशहर थाना क्षेत्र 
अहार के गांव खनौदा मे देखने को मिला जहां ग्राममीणों ने आवारा पशुओं को लेकर 
अनेको बार तहसील प्रशासन से शिकायते की लेकिन प्रशासन के कानो तले जू तक नही रैंगी।लेकिन 
किसान प्रशासन की लापरवाही को बरदाशत करते रहे लेकिन जब किसानो धैर्य टूटा तो गांव के 
किसानों ने इक्टठा होकर फसलो मे नूकसान कर रहे आवारा पशुओं के झुण्ड़ को पकडकर 
गांव के ही प्राईमरी पाठशाला मे बंद कर दिया।जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो तहसील प्रशासन 
ने आन्न-फान्न मे आलाधिकारीयों मौके पर भेजकर आवारा पशुओं को गऊ शाला मे 
भिजवाने की तैयारी की।
प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद अबैध बुचडखानो पर लगी पाबंदी से लोगो को लगा की 
अब राम राज्य आ जायेगा।लेकिन इसके कुछ दिन बाद इसका दुष्परिणाम भी सामने आने लगा।जिसको 
लेकर अब ग्रामीण इलाके मे रहने वाले किसान खासकर परेशान है। पशु बध पर रोक लगने के बाद 
आवारा रुप से घूम रहे। साड़,बछडों ने जमकर उत्पात मचा रखा है। जो इन दिनो किसानो के 
लिए सिरदर्द बन गए है। यह पशु मौजुदा समय मे झुंण्ड के झुंण्ड़ घुम रहे है।यह झुण्ड 
किसानों के खेत मे घूस कर उनकी पूरी फसल गेंहू,आलू,मटर,सरसों,गन्ना आदि पर पानी फेरते 
हुए पुरी खेती को नष्ट कर देते है।बतादें कि इस वक्त सेकड़ो की तादात मे आवारा पशुओं 
का झुण्ड़ अहार क्षेत्र के जंगलो मे तैनात है। यह झुंण्ड किसानों के खेत मे घुस कर किसान की 
सारी फसल नष्ट कर देता है। बेचारा किसान अपनी फसल की सुरक्षा के लिए दिन रात जंगलों मे ड़ेरा 
जमाये हुए नजर आते है। जब हमने किसानो से उनका दर्द जानना चाहा तो सभी किसान,सुभाष 
सिंह,सैलेन्द्र सिंह,वेदपाल,सोमवीर सिंह,कुंवरपाल सिंह,राधेश्याम,अनिल 
फौजी,सुनील,मनोज,सचिन,कलदीप,ललित,सुधीर कुमार, आदि एक स्वर मे तहसील प्रशासन को कोसते हुए 
बोले कि योगी सरकार ने करोड़ों रुपये का बजट आवारा पशुओं को गौशाला बनाने एवमं 
उनके रखरखाव के लिए दिया था। लेकिन तहसील प्रशासन के इस क्षेत्र के कोई गौशाला बनाने का 
प्रस्ताव शासन को नही भेजा। जिसका दुष्परिणाम गरीब किसानो को उठाना पड़ रहर है।जिसका तहसील 
प्रशासन दोषी है।वही किसानों का कहना है कि सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात 
कह रही है। लेकिन जब ये आवारा पशु ऐसे ही किसाने का नुकसान करते रहेगे तो किसान की आय 
दोगुनी तो क्या बच्चों का पालन पोष्ण भी नही हो पाएगां। आवारा पशुआों के चलते 
उन्हे हाड कपकपाती सर्दी होने के बाद भी रात भर जाग कर फसल की रखवाली करनी पडती है। 
इसके बाबजुद भी नजर बचते ही आवारा पशुओं का झुण्ड़ सारी फसल नष्ट कर देता है।जिसके चलते 
किसानों को लाखों का नुकसान उठाना पडता है। जिसके बाबजूद भी ग्राम प्रधान व प्रशासन 
आवारा पशुआों को लेकर कोई खास कदम उठाने को तैयार नही है।किसानों का कहना है 
कि जल्द ही अनूपशहर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर आवारा पशुओं के लिए एक गौशाला बनवाने 
के लिए गुहार लगायेगें।
अनूपशहर उपजिलाधिकारी पदम सिंह का कहना सूचना मिली थी की गांव खनौदा मे किसानो ने 
आवारा पशुओं को प्राईमरी पाठशाला मे बंद कर रखा है जोकि किसानो की फसलो को नुकसान पहुचा रहे थे हमने मोके पर आलाधिकारियों को भेजा है जिसकी वयवस्था की जा रही है