आम इंसान के कुछ सवाल बुलंदशहर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से
(1)आखिर एसएसपी ऑफिस पुलिस क्लब में कैसे पहुंची लावारिस मोटरसाइकिलें?
(2)लावारिस मोटरसाइकिलों के नंबरों से क्यों नहीं पता लगाया मालिकों का?
(3)कहीं ऐसा तो नहीं एसएसपी ऑफिस पुलिस क्लब बना चोरी की मोटरसाइकिलों काअडडा?
(4)स्टेनो के खिलाफ लेकर पहुंचा सलमान शिकायती पत्र आखिर क्यों रोका गया पुलिस के द्वारा शिकायती पत्र लगभग 2 घंटे बाहर खड़ा रहा फरयादी सलमान।
(5)आखिर क्यों बचा रही है एसपी देहात के स्टेनो को पुलिस कहीं सभी की मिलीभगत तो नहीं।
बुलंदशहर:- आपको अवगत करा दें की डॉ अशोक जो नयागांव निवासी कोतवाली देहात है। दिनांक14/05/2020को उसके द्वारा गली नंबर 6 मैं आकर ड्राइवर सलमान के घर पता किया जाता है। जिसके बाद सलमान से कहा जाता है कि एसपी देहात के स्टेनो का कुछ सामान जिसमें ए सी व एक डबल बेड है जो पुलिस लाइन उनके आवास पर जाना है। ड्राइवर के द्वारा लॉक डाउन की बात बताई जाती है जिस पर डॉक्टर कहता है कि एसपी देहात के स्टेनो हैं वह अपने आप देख लेंगे तुम गाड़ी लेकर चलो। जिसके बाद ड्राइवर सलमान अपनी मोटरसाइकिल व अपने एक पड़ोसी को लेकर डीएम रोड अपने ड्राइवर के यहां जाता है। उस वक्त डाईवर अपने घर पर खाना खाता होता है। जिस पर सलमान द्वारा अपनी बाइक व पड़ोसी को वही छोड़ देता है और अपने पड़ोसी से कहता है कि तुम ड्राइवर को लेकर एसएसपी ऑफिस आ जाना मैं इतने सामान लोड कराता हूं। जिसके बाद सलमान अपनी गाड़ी नंबरUP13T7528को लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंचता है। जहां पर कुछ बाईके खड़ी होती है जिसमें से स्टेनो के द्वारा लाल कलर की स्प्लेंडर गाड़ी चढ़ाने के लिए लाई जाती है। जिस पर सलमान को शक होता है वह तुरंत स्टेनो से कहता है कि मुझे तो ए सी व डबल बेड बताया था। लेकिन मोटरसाइकिलें क्यों चढ़ा रहे हैं इतने में स्टेनो कहता है कि यह लावारिस बाईके लगभग 3 माह से यहां खड़ी हैं मैं अपने दोस्त डॉ अशोक के यहां कुछ महीनों के लिए रखवा रहा हूं। अगर इनके मालिक नहीं आते हैं तो बाद में देखा जाएगा कि इन मोटरसाइकिलों का क्या किया जाए ।जिस पर सलमान मोटरसाइकिलो को ले जाने के लिए मना कर देता है ।उसके बाद वे अपने छोटे हाथी को लेकर घर चला आता है। सलमान के फोन पर डॉ अशोक के मोबाइल नंबर8192917727 से फोन आता है कि तुम कहां चले गए। सलमान के द्वारा कहा जाता है कि डॉक्टर साहब मैं बाइक नहीं ले जा सकता मैं क्षमा चाहता हूं। जिस पर डॉ अशोक के द्वारा एसपी देहात के स्टेनो को फोन दिया जाता है जिस पर स्टेनो के द्वारा कहा जाता है कि ए लड़के सुन कि तू जानता है की एसपी देहात का स्टेनो कौन होता है ।तो वह कहता है नहीं शांत हो जाता है जिस पर स्टेनो कहता है एसपी देहात का स्टेनो सरकारी आदमी होता है कि हम 50, 100 गाड़ी डेली पकड़वातें हैं ।अगर हम तेरी गाड़ी नहीं पकड़ वायेगे तो कौन पकड़ेगा और यह मोटरसाइकिलें लगभग 3 महीने से लावारिस खड़ी है ( जिसमें स्टेनो के द्वारा गाली का प्रयोग भी किया जाता है) मैं अपने मित्र अशोक के यहां कुछ महीनों के लिए मोटरसाइकिलें रखवा रहा हूं। अगर कोई आ जाएगा तो देखा जाएगा जिसके बाद सलमान के द्वारा क्षमा मांगी जाती है कि मैं यह काम नहीं कर पाऊंगा तो उसके बाद स्टेनो के द्वारा डॉ अशोक से कहा जाता है की छोड़ो यह लड़का नहीं कर पाएगा। जिसके बाद सलमान के द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को फोन किया जाता है फोन पर सलमान के द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सारी बातें बताई जाती हैं। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा सलमान को 10 बजे आने के लिए कहा जाता है ।सलमान के द्वारा एक शिकायती पत्र टाइप करा कर एस एस पी ऑफिस पहुंचकर दिया जाता है। जिस पर कार्यालय में मौजूद पुलिस के द्वारा पूछा जाता है की शिकायत पत्र किस चीज का है तो उसके द्वारा बताया जाता है की रात में मोटरसाइकिल रखने की बात थी जिसका शिकायती पत्र है। पुलिस द्वारा कहा जाता है कि आपका इंतजार था आप बैठिए जिसके बाद शिकायती पत्र को नीचे लगा दिया जाता है। और सलमान से कहा जाता है कि सर इस समय मीटिंग में व्यस्त हैं थोड़ी देर बाद मिलवा देंगे आप बाहर खड़े हो जाएं। सलमान बाहर खड़ा होकर इंतजार करता रहता है और जुम्मा होने की वजह से वह इंतजार करके अपने घर चला आता है। उसके बाद क्या हुआ क्यों हुआ और कैसे हुआ सब कुछ गोल क्योंकि गोलमाल है भाई गोलमाल है ???????।