Monday, June 29, 2020

नर हो न निराश तुम :-डॉ राज

नर हो न निराश तुम।


हालात एक दिन बदलेगा।।


जो लगे रहे दिल से हम।


सूखा चमन भी संवरेगा।।


मायूस होते चमन में जो।


जिंदगी में वो खाक जियेंगे।।


बाजुओं में जो रखते दम।


वही ये दुनिया जीत पाएंगे।।


हो कोरोना से आज युद्ध।


या फिर सरहदों पर जंग।।


जिसने दिखाई अपनी पीठ।


उसे हम न माफ कर पायेंगे।।


।।। डॉ राजकुमार उपाध्याय ।।।


एसोसिएट प्रोफेसर(विधि विभाग)


मेरठ कॉलेज मेरठ


ऐ दरिया दिल तू जरा मुस्कुरा देते :- डॉ राज

ऐ दरिया दिल तू जरा मुस्कुरा देते।


गमो को अपने आंसुओ से बहा देते।।


काश की तुम नज़रें यूँ न फेर लेते।


मीठे यादों को सागर में न डुबो देते।।


मीठी यादें भी खारी हुई सागरो में।


मोहब्बत की गठरी में उसे समेटे हुए।।


जिंदगी का फ़साना क्या लिखूं मै।


मैं को तू अपने शोलो में यू जला देते।।


ऐ दरिया दिल तू जरा मुस्कुरा देते।


गमो को अपने आंसुओ में बहा देते।।


।।।डॉ राजकुमार उपाध्याय।।।


एसोसिएट प्रोफेसर(विधि विभाग)


मेरठ कॉलेज मेरठ


Sunday, June 14, 2020

खतरनाक स्थिति में है मेरठ मंडल, सतर्क रहें और घर से न निकलें











मेरठ मंडल के छह जिलों में कोरोना खतरनाक स्थिति में है। इस स्थिति में आम लोगों को विशेष तौर से सतर्क रहने की जरूरत है। संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। 2671 केस कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। मेरठ मंडल की कमिश्नर ने कोरोना संक्रमण को लेकर 3+3+3 का फार्मूला दिया है। उन्होंने कहा है कि आम लोगों को यह भी समझना होगा कि लॉकडाउन में अनलॉक-1 का आदेश है। लॉकडाउन खत्म नहीं हुआ है। 30 जून तक लॉकडाउन है। 























शनिवार को कमिश्नर ने मेरठ मंडल की स्थिति को मीडिया के सामने स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि मंडल में अब तक 2671 केस आ चुके हैं। 1049 अब सक्रिय केस हो चुके हैं। 1527 केस रिकवर हो चुके हैं। ये लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, लेकिन हाल के दिनों में काफी तेजी से संक्रमण बढ़ा है। ऐसा एक जून से अनलॉक होने के कारण हुआ है। 


लोगों का आना-जाना बढ़ गया है। मंडल में कोरोना संक्रमण खतरनाक स्थिति में है। इस बात को आम लोगों को समझना होगा। आम लोग अभी इस बात को समझ नहीं पा रहे। उन्होंने कहा कि लोग यह समझ लें कि लॉकडाउन खत्म नहीं हुआ है। केवल आवश्यक सेवाओं, सुविधाओं के लिए अनलॉक-1 लागू किया गया है। अनलॉक का आम दिनों की तरह प्रयोग न करें। इसी में सभी की सुरक्षा है और सभी की भलाई है। 


कमिश्नर का 3+3+3 फार्मूला


पहला-3
1-घर से बाहर निकलें तो मास्क अवश्य लगाएं, बिना मास्क न निकलें
2- सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करें
3- लगातार हाथ धोएं, सैनिटाइज करें। 


दूसरा-3
1- 65 साल से अधिक उम्र के वृद्ध, 10 साल से कम उम्र के बच्चे बाहर न निकलें
2- गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति बाहर निकलने से परहेज करें। नियमित चिकित्सकीय परामर्श लें। दवाई लें। 
3- गर्भवती महिलाएं आवश्यक न हो तो घर में ही रहें। बाहर न निकलें। 


तीसरा-3
1- सर्दी, खांसी या हो बुखार, तुरंत जांच कराएं
2- सर्दी, खांसी या बुखार होते ही घर के अन्य सदस्यों से अपने को अलग कर लें
3- घबराएं नहीं, इलाज कराएं। डाक्टर से संपर्क में रहें। 














Thursday, June 11, 2020

प्रिंस मेडिकल स्टोर संचालक डॉक्टर बन कर रहा मरीजों का इलाज सीएचसी लखावटी टीम ने मारा छापा दिया नोटिस

जहां पूरा भारत वर्ष कोरोनावायरस से युद्ध कर रहा है और जहां सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी सहित कुछ अस्पतालों की इमरजेंसी सेवा व क्लिनिक बंद के आदेश शासन प्रशासन ने दे रखे हैं। इसी के चलते बुलंदशहर जिले के कस्बा औरंगाबाद में प्रिंस मेडिकल स्टोर संचालक के साथ कई मेडिकल स्टोर वाले एक तीर से दो शिकार कर रहे हैं। कैसे:- आपको बता दें कि औरंगाबाद में बुलंदशहर बस अड्डे के समीप प्रिंस मेडिकल स्टोर संचालक नटूर बिल्डिंग की एक दुकान के अंदर खाट पर लेटा कर मरीजों का इलाज कर रहा था। और वही बोतल भी लगा रहा था। जब मौके पर बुलंदशहर एंटी करेप्शन मेल समाचार पत्र व BACM लाइव न्यूज़ के सब एडिटर कुलदीप सक्सेना ने अपनी टीम के साथ मौके की वीडियो बनानी शुरू की तो मेडिकल संचालकों में खलबली मच गई। जिस पर कुलदीप सक्सैना के द्वारा सीएमओ बुलंदशहर के सीयूजी नंबर पर कॉल कर मामले की पूरी जानकारी दी गई जिस पर मौके पर सीएचसी लखावटी से डॉ तहसीन अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे साथ ही मौके पर पुलिस ही बुला ली गई और प्रिंस मेडिकल संचालक को 2 दिन का नोटिस थमा दिया गया ।जिसमें उन्हें अपनी सफाई व डॉक्टर की डिग्री दिखानी होगी जिसके चलते वह इलाज कर रहे थे मौके पर ही डॉ तहसीन ने कुछ इंजेक्शन तथा निडिल व खाली बोतलों की वेस्टेज की वीडियो भी बनाई गई ।देखना यह होगा कि 2 दिन के अंदर प्रिंस मेडिकल स्टोर संचालक अपनी डॉक्टर की डिग्री दिखा पाते हैं या नहीं? इस बारे में डॉ तहसीन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अगर यह अपने डॉक्यूमेंट नहीं दिखा पाते है तो इनके खिलाफ थाना औरंगाबाद में मुकदमा पंजीकृत करा दिया जाएगा। साथ ही प्रिंस मेडिकल स्टोर को सील भी कर दिया जाएगा। अब देखना यह होगा कि सीएचसी प्रभारी क्या प्रिंस मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ कार्रवाई कर पाएंगे या यूं ही चलता रहेगा खेल। सोचने का विषय फिर मिलेंगे आज से 3 दिन के बाद इस खबर पर दोबारा???????