Monday, January 4, 2021

ऐसा क्या हुआ जो प्रभागीय निदेशक को वन दरोगा, वनरक्षक, वन रेंजर को देने पड़े नोटिस

 बुलंदशहर /जहाँगीराबाद ब्रेकिंग...


बुलंदशहर से कुलदीप सक्सेना की रिपोर्ट


लकड़ी माफियाओं ने चलाई आम के हरे पेड़ों पर आरी

परमिशन 35 की कटवा डाले सैकड़ों हरे आम के पेड़

प्रभागीय निदेशक गौतम सिंह ने वन दरोगा, वनरक्षक ,वन रेंजर को दिए नोटिस

 प्रभागीय निदेशक ने सूचना पर पेड़ कटने की वन दरोगा, वनरक्षक व वन रेंजर को दी थी जानकारी जिस पर लोगों ने की थी लापरवाही


वन विभाग से 35 पेड़ों की अनुमति लेकर बाग मालिक व  ठेकेदार ने काटे सौ से ज्यादा पेड़। वन दरोगा ने पेड़ों में रोग और फल न देने का कारण बताते हुए दी थी 35 पेड़ों के कटान की अनुमति।

जबकि वन दरोगा को दिनांक 1 जनवरी को पेड़ कटने की दी गई थी जानकारी। जिसके बाद भी नहीं हुई कार्रवाई। जिससे वन दरोगा ,वनरक्षक व वन रेंजर की मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

एक और बहुत बड़ी बात  सामने आई की  थाना कोतवाली जहांगीराबाद से  मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर  हो रहे पेड़ कटान की स्थानीय पुलिस को नहीं लगी भनक।

 नई अनाज मंडी के सामने आरसी फार्म हाउस के निकट स्थित है आम का बाग किसी नगर पंचायत सभासद का पति बताया जा रहा है बाग कटवाने वाला माफ़िया। चलिए फिर भी वन विभाग चेता तू सही लेट आए दुरुस्त आए ।जिस पर वन दरोगा ने ठेकेदार व बाग मालिक के खिलाफ जहांगीराबाद थाने में मुकदमा पंजीकृत करा दिया है।

अगर देखा जाए तो इसमें सबसे बड़ी कमी वन दरोगा ,वनरक्षक, वन रेंजर की सामने आ रही है इसका पहलू यह भी है की समय पर जानकारी मिलने के बाद भी आखिर इन तीनों अधिकारियों ने कार्रवाई क्यों नहीं की अब देखना यह होगा कि प्रभागीय निदेशक गौतम सिंह के द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद क्या कार्रवाई होती है या यूं ही चलता रहेगा मिलीभगत से खेल सोचने का विषय???????