औरंगाबाद से मनोज गुप्ता की खास रिपोर्ट
औरंगाबाद। औरंगाबाद थाना क्षेत्र के गांव चरौरा मुस्तफाबाद में मामूली बात को लेकर दो पक्षों में जातीय संघर्ष हो गया।जिसमें दोनो पक्षों से महिला समेत छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।सभी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के लोगों को नामजद करते हुए थाने में तहरीर दी है।पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
बता दें कि गांव चरौरा मुस्तफाबाद निवासी राजेन्द्र सैनी रविवार को धान की फसल में घास को नष्ट करने के लिये दवाई का स्प्रे कर रहा था।इस दौरान स्प्रे की दवाई पड़ोसी रिंकू शर्मा के खेत मे चली गयी।जिस कारण रिंकू शर्मा की हरे चारे की खेती नष्ट हो गयी।बताया जाता है कि सूचना पर रिंकू शर्मा मौके पर पहुँचा तो उसे अपनी फसल नष्ट दिखाई दी।रिंकू ने इसका विरोध किया तो दोनो ओर से कहासुनी हो गयी और देखते ही देखते दोनो पक्षों के बीच धारदार हथियार निकल आये। लाठी- डंडे,सरिया ओर त्रिशूल चलने से एक पक्ष से रिंकू पुत्र झलकेन्द्र, आशा पत्नी झलकेन्द्र शर्मा और दूसरे पक्ष से नरेन्द्र, पायल, संजीव पुत्रगण राजेन्द्र और राजेन्द्र पुत्र दुर्गा प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गये। घायलों ने थाने पहुँचकर पुलिस को मामले की जानकारी दी। खून से लथपथ पहुँचे माँ-बेटे को पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लखावटी में भर्ती कराया। जहां से चिकित्सकों ने घायलों की हालत गंभीर देख उन्हें जिला अस्पताल के लिये रेफर कर दिया। एक पक्ष हिमांचल शर्मा ने दूसरे पक्ष के खिलाफ तहरीर दी है। इंस्पेक्टर औरंगाबाद योगेन्द्र मलिक का कहना है कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। घायलों को मेडिकल के लिये जिला अस्पताल भेजा गया है। आरोपियों को किसी भी सूरत में बख्शा नही जाएगा।