Wednesday, September 21, 2022

श्री राजेश्वर मंदिर में चल रही भागवत कथा में छठे दिन में भक्तों ने लिया आनंद




बुलंदशहर 

श्री श्याम सखा युवा मंडल के तत्वधान में श्री राज राजेश्वर मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के षष्टम दिवस के पावन प्रसंग में परम पूज्य कथा व्यास श्री विजय कृष्ण जी महाराज ने महारास कथा का वर्णन किया| महाराज श्री ने कहा संपूर्ण भागवत भगवान का वांग्मय स्वरूप है दशम स्कंध भगवान का हृदय है और गोपी गीत भगवान के पंचप्राण है और महारास कथा भगवान की काम विजय कथा है| जो संदेह रहित होकर महारास की कथा को श्रद्धा और भाव के साथ श्रवण करता है उसके मन के सभी विकार समाप्त होकर  भगवान की भक्ति की प्राप्ति होती है |गोपी उद्धव संवाद के प्रसंग में पुण्य महाराज श्री ने प्रेम का वर्णन किया|  हमारे जीवन में प्रेम का होना बहुत जरूरी है प्रेम और भक्ति के द्वारा ही भगवान की प्राप्ति होकर हम जन्म मरण के चक्कर से छूट जाते हैं और हमारा जीवन सफल हो जाता है |कथा के क्रम को आगे बढ़ाते हुए महाराज श्री ने सुंदर ढंग से श्री रुक्मणी मंगल विवाह की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि रुक्मणी ने पति के रूप में भगवान श्री कृष्ण का वर्ण किया रुक्मणी ने तन मन धन से भगवान की शरण ग्रहण की| रुक्मणी विवाह में सभी भक्त भावविभोर हो गए दिव्य भजनों के द्वारा सभी ने नृत्य करते हुए आनंद प्राप्त किया| रुक्मणी विवाह की मंगल कथा को जो भी भक्त श्रवण करता है उसको भगवान की भक्ति प्राप्त होती है|

आज श्रीमद् भागवत कथा में मुख्य रूप से-अतुल कृष्ण ,दीपेन गांगुली, शुलभ बंसल, संजय गोयल, मनोज शर्मा कालीचरण स्वीट्स, गौरव सिंघल ,डॉक्टर पुलकित जैन ,जेपी गुप्ता पत्रकार, मोहित कंसल, रितेश शर्मा ,हर्ष मिश्रा ,हिमांशु सिंघल  संजीव सेठ, सुनील बंसल, नरेंद्र बंसल, आरके नटराज ,ठाकुर रवि शेखर सिंह, एनके गांगुली ,कपिल गर्ग,दीपेंद्र सिंह, रितेश शर्मा, हिमांशु शर्मा, शशांक गांगुली ,सोनू बृजवासी आदि और भी सैकड़ों भक्त और महिलाओं ने श्रीमद् भागवत कथा का आनंद लिया|