बुलंदशहर:-वन विभाग की मिलीभगत से बुलंदशहर में खुलेआम चल रही हरे पेड़ों पर आरी डीएफओ मैडम खामोश आखिर वजह क्या चलिए हम उठाते हैं इस पर से पर्दा दिनांक 1 मार्च 2023 समय लगभग 3:30 मौके पर पहुंचकर वन रेंजर तेज बहादुर सिंह को हरे पेड़ कटने की जानकारी दी जाती है। जिस पर पर रेंजर तेज बहादुर सिंह द्वारा जानकारी दी जाती है कि उनकी ड्यूटी स्कूल में लगी हुई है मैं अपने वन दरोगा सनी गौतम, व स्टाफ को मौके पर भेज रहा हूं। जिनके द्वारा मौके से पेड़ काटने वाले ठेकेदार को रेंज ऑफिस ले जाया जाता है। आखिर होता है खेल वहीं से शुरू की आखिर ठेकेदार को बिना पेनल्टी दिए छोड़ दिया गया। ना ही मौके पर मौजूद ट्रैक्टर ट्रॉली व लकड़ी को रेंज ऑफिस ले जाया जाता है आखिर शह किसकी??? आखिर आज दिनांक 28/03/23तक कार्यवाही निल बटे सन्नाटा। दोबारा से आज फिर उसी जगह पर हरे पेड़ों की हरियाली खत्म कर पेड़ों को सुखाकर जेसीबी से लगभग 17 पेड़ों को उखाड़ दिया जाता है जिस पर वन रेंजर तेज बहादुर सिंह को वीडियो बनाकर फिर कॉल पर पेड़ कटने की जानकारी दी जाती है। जिस पर वन रेंजर द्वारा मौके पर ही जांच के लिए कर्मचारियों को भेजा जाता है और उनसे रिपोर्ट ली जाती है उनके द्वारा बताया गया कि वहां पर लगभग 17 पेड़ों का अवैध कटान ठेकेदार द्वारा किया गया है। उसके बाद DFO मैडम को उनके फोन पर बाइट के लिए कॉल की जाती है तो उनके फोन को बाबू के द्वारा रिसीव किया जाता है फोन पर बाबू को जानकारी दी जाती है बाबू के द्वारा बताया जाता है कि हमें भी वहां पर पेड़ कटने की सूचना मिली है रेंजर साहब को जानकारी दे दी गई है और रेंजर साहब मौके पर पहुंच रहे हैं । अब देखना यह होगा कि 1 तारीख में काटे गए पेड़ों पर व आज काटे गए पेड़ों पर डीएफओ मैडम क्या कार्यवाही करती है। या यूं ही अधिकारियों की मिलीभगत से हरे पेड़ों पर आरी चलती रहेगी और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त की जगह प्रदूषण युक्त अधिकारी करते रहेंगे?????
बुलंदशहर से कुलदीप कुमार सक्सेना की रिपोर्ट