Saturday, April 15, 2023

अंबेडकर जयंती के दिन सपा खेमे में 2 बाहुबली हुए एक

 बुलंदशहर जिले के दो चर्चित बाहुबली जय भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित व सत्यवीर यादव अंबेडकर जयंती के दिन समाजवादी पार्टी कार्यालय पर दोनों हुए एक जहां कभी बुलंदशहर जिले में दोनों बाहुबली को पूरब और पश्चिम माना जाता था। वही कल दोनों बाहुबली एक दूसरे के साथ समाजवादी पार्टी कार्यालय पर एक हुए जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है की गुड्डू पंडित अपनी पत्नी के लिए समाजवादी पार्टी से चेयर पर्सन प्रत्याशी के पद के लिए अगर टिकट मिलता है तो दोनों बाहुबली की दोस्ती भाजपा का समीकरण ना बिगाड़ दे??? अब देखना यह होगा कि क्या समाजवादी पार्टी गुड्डू पंडित की पत्नी को टिकट देती है या नहीं।

बुलंदशहर से कुलदीप कुमार सक्सेना की खास रिपोर्ट


Wednesday, April 12, 2023

सावधान :-अगर आप गर्मी के सीजन में अपने बच्चों को भेजते हैं स्विमिंग पूल या जाते हैं खुद तो कृपया नियमों को देखें अगर है एनओसी तो जाएं वरना घर पर ही करें स्नान

 बुलंदशहर:-गर्मियों का सीजन शुरू होते ही बुलंदशहर जिले में स्विमिंग पुल पर बच्चों से लेकर बड़े तक दौड़ लगाते दिखाई देते हैं ,कारण है गर्मी से निजात पाने के लिए जिसका फायदा स्विमिंग पूल वाले खूब उठाते हैं अगर स्विमिंग पूल में नहाते वक्त हो जाता है कोई हादसा तो कौन होता है जिम्मेदार????? जबकि स्विमिंग पूल वालों को कई एनओसी लेने के बाद ही स्विमिंग पूल खोलने की मिलती है मान्यता। अब देखना यह होगा कि जिला बुलंदशहर के अंदर आखिर ऐसे कितने स्विमिंग पूल हैं जिन पर एनओसी है। आइए कराते हैं अवगत आपको स्विमिंग पुल के नियमों से स्विमिंग पूलों को एनओसी देने से पूर्व सभी मानकों की स्थलीय जांच होनी चाहिए। लेकिन ऐसा होता नहीं है। एनओसी के लिए निर्धारित शुल्क जमा होती है जिसके बाद एनओसी मिल जाती है। क्योंकि जांच में समय लगता है और पूल मालिकों के पास लगभग 4 महीने का समय होता है। स्विमिंग पूल संचालक सीजन में एक भी दिन खराब करने का धैर्य नहीं रखते है। स्विमिंग पूल की नियम के अनुसार अधिकतम साइज 25 गुणे 50 मीटर और न्यूनतम साइज छह गुणे 10 मीटर होता है। इसके बीच 16 गुणे 25 और 10 गुणे 15 मीटर है। इनकी गहराई तीन फिट से 20 फिट तक है। वहीं लर्निंग पूल की गहराई 4.5 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए। छोटे बच्चों के पूल को दो से 3.50 मीटर तक ही होनी चाहिए। छोटे पूल में भी एक एनआइएस कोच व दो लाइफ गार्ड होने चाहिए लेकिन शहर में शायद एक भी नहीं हो ??

:-  खेल निदेशालय से पूल की अनुमति के नियम गूगल से सर्च करने पर।

राष्ट्रीय या राज्य स्तर का खिलाड़ी कोच हो।

 लाइफ गार्ड साई द्वारा प्रमाणित हो। अथवा फौज या पीएसी से जुड़ा हो।

पूल में फिल्टर प्लांट हो, 24 घंटे में चार घंटे चले।

 इंडोर या आउटडोर पूलों में पर्याप्त रोशनी हो।

आक्सीजन के साथ लाइफ सेविंग किट जरूरी।

पूल पर रजिस्टर मेंटेन हो, जिसमें हर तैराक का उल्लेख हो।

चेंजिंग रूम जरूर होना चाहिए।

पूल की गहराई की मार्किंग होनी चाहिए।

जनहित में जारी

अगर आप यह आपके बच्चे स्विमिंग पूल में नहाने का विचार बना रहे हो तो कृपया नियमों को ध्यान से देखें अगर स्विमिंग पूल संचालक के पास इस तरह की एनओसी हैं और वहां पर तैराक व गार्ड मौजूद हैं तो अपने बच्चों को भेजें व खुद जाएं वरना किसी भी तरह की अनहोनी के लिए  खुद आप हो सकते हैं जिम्मेदार?????

बुलंदशहर से कुलदीप कुमार सक्सेना की रिपोर्ट 

जनहित में एक सुझाव समझदारी दिखाएं और अपने बच्चों को सुरक्षित रखें धन्यवाद