Friday, September 29, 2023

उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के आदेश डग्गामार बस,अवैध स्टैंड आदि पर कार्रवाई के आदेश पर बुलंदशहर के उच्च अधिकारी लगा रहे पलीता

 बुलंदशहर से कुलदीप कुमार सक्सेना की रिपोर्ट

कोई बस है स्कूल बस के नाम पर, किसी का खत्म है फिटनेस व परमिट, इंश्योरेंस डग्गामार बसों पर है चार से 11चालान नहीं की गई गाड़ी सीज

सैटिंग से बदायूं से लेकर दिल्ली गाजियाबाद तक दौड़ रही डग्गामार बसें

बुलंदशहर उत्तर प्रदेश सरकार को लाखों




रुपए प्रतिदिन के हिसाब से डग्गामार टैक्सी, बसें, ऑल इंडिया परमिट टूर की बसें लगा रही चुना। आज हमने सच्चाई जानने के लिए भूड़ चौराहे पर खड़े होकर 5 मिनट के अंदर तीन बसों को अपने कैमरे में कैद किया इसके बाद हम पहुंचे आरटीओ विभाग जहां हमारी मुलाकात एआरटीओ सतीश कुमार से हुई जिन्होंने कहा कि मैं बाइट देने के लिए ऑथराइज्ड नहीं हूं। या तो वाइट एआरटीओ राजीव बंसल या फिर मुंशीलाल देंगे। या फिर आरटीओ गाजियाबाद देंगे आप उनसे बात कर सकते हैं। इसके बाद संवाददाता मनोज गिरी के मोबाइल से राजीव बंसल को कॉल की जाती है जिसमें राजीव बंसल कहते हैं मैं मीटिंग में हूं। फिर एआरटीओ मुंशीलाल को कॉल की जाती है वह अपने आप को मेरठ मीटिंग में बताते हैं। इसके बाद बुलंदशहर एंटी करेप्शन मेल समाचार पत्र के उप संपादक कुलदीप सक्सेना के द्वारा आरटीओ गाजियाबाद को कॉल की जाती है कॉल पर आरटीओ गाजियाबाद को बदायूं से दिल्ली गाजियाबाद तक डग्गामार बस व टैक्सी की जानकारी दी जाती है आरटीओ गाजियाबाद के द्वारा बताया जाता है की ऑल इंडिया परमिट वाली बसों को हम डग्गामार बस नहीं कहते हैं क्योंकि उन पर ऑल इंडिया का परमिट होता है लेकिन होता टूर का है जो एक जगह से दूसरी जगह तक यात्रियों को ले जा सकते हैं ऑल इंडिया परमिट बसें परमिट का उल्लंघन करती हैं जो जगह-जगह से सवारी उठाती हैं हम ऑल इंडिया परमिट वाली बसों पर लगातार कार्रवाई करते रहते हैं। और आपके द्वारा जो बताया गया है आज 2 बजे दोपहर मीटिंग है जिसमें बुलंदशहर के एआरटीओ राजीव बंसल आ रहे हैं जिन्हें  बसों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देशित कर दिया जाएगा। अब देखना यह होगा कि बुलंदशहर के एआरटीओ अपने उच्च अधिकारी की बात मानकर कार्रवाई करते हैं या जैसे उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं ऐसे ही अपने उच्च अधिकारी के आदेशों की उड़ाएंगे धज्जियां या करेंगे कार्रवाई?????

Tuesday, September 19, 2023

बुलंदशहर नगर में नहीं रुक रहा हरे पेड़ों का अवैध कटान कुंभकरण की नींद सोया वन विभाग???

 बुलंदशहर से कुलदीप कुमार सक्सेना की रिपोर्ट

लगातार मीडिया कर्मियों की सूचना पर खुल रही वन विभाग की नींद??

बुलंदशहर देशभर में एक तरफ जहां सरकार वृक्ष लगाओ पर्यावरण बचाओ का नारा देती नजर आ रही है तो वही उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर में हरे पेड़ों का धड़ल्ले से हो अवैध कटान। मंगलवार की सुबह एक बार फिर हरे पेड़ों का अवैध कटान करके आ रहे एक ट्रैक्टर ट्रॉली के आने की मीडिया कर्मियों द्वारा रेंजर सचिन कुमार को दी गई सूचना जिसके उपरांत विभाग में कार्यरत अशोक कुमार पहुंचे मौके पर जिनके द्वारा एक बार फिर मीडिया कर्मियों के द्वारा मिली सूचना के बाद मौके से ट्रैक्टर ट्रॉली सहित युवक को ले जाया गया वन विभाग बता दें कि अब से पूर्व में भी उपरोक्त ट्रैक्टर चालक व ठेकेदार सुरेश लोधी पर  वन विभाग द्वारा कार्यवाही करते हुए दिनांक 17 अगस्त को करीब 24000 रुपए का लगाया गया था जुर्माना लेकिन उसके बावजूद भी नहीं रुक रहा हरे पेड़ों का अवैध कटान अवैध कटान करने वाले अपने आप को विधायक का भाई विधायक का भतीजा बताते हैं। देखना यह होगा कि क्या वन विभाग अपने आप कार्य करने में सक्षम नहीं या उनका खुफिया तंत्र है बेकार जो मीडिया कर्मियों की सूचना पर जागता है। आखिर अवैध कटान करने वालों के हौसले बुलंदशहर में क्यों है बुलंद। अब देखना यह होगा कि पूर्ण रूप से अंकुश लगाने में कामयाब होता है वन विभाग या इसी तरह चलता रहेगा यह अवैध कटान का खेल???


Friday, September 1, 2023

खुर्जा वन रेंजर रिश्वत लेने के बाद आरोपियों की बनाते है वीडियो????? क्या सही क्या गलत जांच का विषय

 शिकायतकर्ताओं का फोटो शिकायती पत्र एफिडेविट साथ में खबर में मौजूद है।

बुलंदशहर से कुलदीप कुमार सक्सेना की रिपोर्ट

बुलंदशहर:- खुर्जा के वन रेंजर आदित्य बंसल इन दिनों काफी चर्चाओं में नजर आ रहे हैं जिसका कारण है एक माली जिसका नाम रोहतास है जिसकी कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हो रही थी जिसमें वह आरामशीन संचालक से मोटरसाइकिल पर बैठकर पैसे लेते नजर आ रहे है। वीडियो वायरल होने के बाद खुर्जा वन रेंजर व रोहतास माली के द्वारा आरा मशीन संचालक को कार्रवाई करने का भय दिखाकर उससे एक शपथ पत्र ले लिया जाता है और अपने बचाव हेतु उसकी वीडियो बना ली जाती है जिसके बाद डीएफओ के यहां से रोहतास माली को जीवन दान मिल जाता है दवी जवान में बताया तो यह भी जाता है की रोहतास की पोस्टिंग तो माली की है लेकिन कार्य करता है वन दरोगा का है। आपको बता दें विभाग के कुछ कर्मचारियों ने यह भी बताया है कि रोहतास एक लेटर डीएफओ या रेंजर को नहीं लिख सकता उसकी भी जांच होनी आवश्यक।

दूसरा मामला अभी का ताजा है जो इस समय चर्चा का विषय






बना हुआ है जिसकी शिकायत जिलाधिकारी बुलंदशहर से की गई है जिन्होंने जांच के बाद कार्रवाई करने का पीड़ितों को भरोसा दिया है। लेकिन सोचने की बात है बुलंदशहर क्या पूरे भारतवर्ष के अंदर वन विभाग के किसी अधिकारी के द्वारा आज तक कार्रवाई करते समय वीडियो नहीं बनाई गई क्या यह जो वीडियो कार्रवाई करने के नाम पर  बनाई जा रही है क्या यह रिश्वत के आरोपों से बचने के लिए है या कुछ और

पीड़ितों का एफिडेविट व जिलाधिकारी को दी गई शिकायती पत्र मेरठ वन विभाग के उच्च अधिकारियों को भेज दिए गए हैं जिन्होंने भी जांच के बाद कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। अब देखना यह होगा कि मेरठ वन विभाग के अधिकारी रेंजर व माली रोहतास की जांच के बाद क्या कार्रवाई करते हैं या यूं ही चलता रहेगा इन लोगों का खेल?????