Sunday, October 8, 2023

लकड़ी माफिया व वन विभाग की मिली भगत से चल रही हरे पेड़ों पर आरी

 बुलंदशहर से कुलदीप कुमार सक्सेना की रिपोर्ट

बुलंदशहर /आपको बता दे की लगातार लकड़ी माफियाओं द्वारा हरे पेड़ों को काटने की खबरें लगातार चलाई जा रही है और वन विभाग द्वारा कार्रवाई भी की जा रही है लेकिन कुछ जगह ऐसी भी है जिसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को देने के बाद भी खबर लिखे जाने तक भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसमें बुलंदशहर से ठंडी प्याऊ की तरफ जाते समय नीमखेड़ा फिलाई ओबर कूदने के 20 कदम आगे सीधे हाथ पर लगभग 40 पेड़ों का अवैध कटान, दिनांक 23-9-23 को फिलाई ओबर से पहले उल्टे हाथ पर खुर्जा वाले के बाग में लगभग पांच पेड़ों का अवैध कटान, 28-9-23को आरटीओ ऑफिस के सामने वाले रास्ते पर जाकर कमालपुर में चार पेड़ों का अवैध कटान, 07-10-23में चावली गांव में नीम के पेड़ का अवैध कटान व07-10-23 को मामन रोड पर सेंट मोमिना स्कूल से आगे रेत बदरपुर वाली बराबर वाली गली में अंदर जाकर वन विभाग की मौजूदगी में लगभग 15 गाड़ी माल आम, शीशम, सागौन व प्रधान धर्म कांटा व मुस्तफा आढ़त पर आम की लकड़ी जो वन विभाग के कर्मचारी अशोक कुमार व डिप्टी वर्मा ने मौके पर जाकर पकड़ी। वन विभाग के कर्मचारियों के सामने ही मुस्तफा नामक व्यक्ति ने पत्रकार कुलदीप कुमार सक्सेना पर कवरेज करने के दौरान जानलेवा हमला किया। कुछ लोगों ने यह भी बताया है कि मुस्तफा नामक व्यक्ति पर एक मर्डर का केस भी चल रहा है वहां से भाग कर कुलदीप कुमार सक्सेना ने प्रधान धर्म कांटे के सामने खड़ी 112 पर जाकर जान बचाई और पुलिस को बताया तो पुलिस वालों ने मौके पर जाकर भाग रहे मुस्तफा को गाड़ी सहित पकड़ा। पकड़े जाने के डर से मुस्तफा नामक व्यक्ति ने दूसरे लकड़ी माफिया नूर मोहम्मद आदि को बुला लिया जिन्होंने पुलिस के सामने भी पत्रकार से गाली गलौज की जिस पर 112 के पुलिसकर्मियों ने कुलदीप कुमार सक्सेना को वहां से भेज दिया और दिन निकलने पर एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा लेकिन कुलदीप कुमार सक्सेना ने वहां से हटकर वन विभाग की DFO को पूरी जानकारी दी जिस पर उन्होंने कहा कि आप FIR दर्ज करायें। इसके बाद कुलदीप कुमार सक्सेना ने घर आकर उत्तर प्रदेश पुलिस के यूं पी कॉप व मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर दी है। लेकिन वन विभाग की तरफ से अभी तक उपरोक्त माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है और ना ही लकड़ी जप्त की है जिससे यह प्रतीत होता है की वन विभाग के कर्मचारी ही इन लकड़ी माफियाओं से मिलकर अवैध कटान करा रहे हैं और जो पत्रकार शिकायत करते हैं उनको मरवाने का प्रयास भी उपरोक्त लोगों ने मिलकर किया है। जिससे लकड़ी माफियाओं की कोई पत्रकार वन विभाग में शिकायत ना कर पाए और लकड़ी माफिया वन विभाग की मिली भगत से अपने कारोबार को चलाते रहें जबकि उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेश हैं कि किसी भी सूरत में भू माफिया, लकड़ी माफिया, अवैध खनन माफिया को किसी भी सूरत में बक्सा ना जाए उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए लेकिन बुलंदशहर के अधिकारी माफियाओं के साथ मिलकर इन गलत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं इन पर सख्त कार्रवाई होनी न्याय हित में आवश्यक है जिससे इन माफियाओं के हौसले बुलंद ना हो। वन विभाग के कर्मचारी अशोक व डिप्टी वर्मा की मौके पर मौजूदगी की वीडियो व उपरोक्त चार जगह पर अवैध कटान की वीडियो व संबंधित अधिकारी को जानकारी देने की कॉल रिकॉर्डिंग भी हमारे आ




पास उपलब्ध है जिससे संबंधित अधिकारी अपना पल्ला ना साफ कर पाए।