Tuesday, January 30, 2024

अलर्ट रहे मनोरंजन विभाग तो नहीं हो सकती GST की चोरी

 जिला बुलंदशहर के कस्बों में लगने वाले मेलों में होती हैं अनियमितताएं

परमिशन में निर्देशित बिन्दुओं की उड़ती हैं धज्जियां

मेला में हुआ हादसा तो जिम्मेदार होगा कौन

बुलंदशहर - सूत्रों से मिली जानकारी को सही मानें तो पूरे जिले में  जहां भी लगता है मेला वहां मनोरंजन आइटमों की दर संचालक द्वारा मनोरंजन विभाग में बताई जाती है कम और दर्शकों से वसूली जाती है ज्यादा जिससे दर्शकों की जेबों पर पड़ता है डांका और GST की चोरी कर विभाग के राजस्व को पहुंचता है नुक्सान और इसके लिए मेला आयोजक के साथ साथ मनोरंजन विभाग के जिम्मेदार सम्बंधित कर्मचारी भी बराबर के दोषी हैं ! क्योंकि कभी मेले में जाकर कोई निरीक्षण नहीं करता कि मनोरंजन विभाग को दिए शपथ पत्र के मुताबिक मेला में लगे मनोरंजन आइटमों पर दर्शकों से पैसा वसूल रहे हैं या शपथपत्र के विपरित जाकर विभाग को धोखा देकर गुडंई के बल दर्शकों को ठगा जा रहा है वो इसलिए कि टिकटों पर रेट अंकित नहीं होता है जो कोई विरोध कर सके ! पता चला है कि रात्रि में प्रकाश व्यवस्था के लिए ही नहीं मेला में लगे आइटमों के लिए भी निजी तौर पर बिजली के अस्थाई रूप से लगाऐं जाते हैं खंबे जिनपर बाकायदा खींचे जाते हैं तार और जरनेटर से संचालित होती है बिजली,चलो यहां तक तो समझ में आता है लेकिन यह सारी व्यवस्था अनट्रेंड व्यक्ति द्वारा की जाए तो सोचो आंधी है, बरसात है, कोई बिजली से मेला में हादसा हो जाए तो जिम्मेदार होगा कौन ? सवाल उठता है कि बिजली और फायर ब्रिगेड विभाग द्वारा  मेला परमिशन के लिए NOC तो जारी की जाती है लेकिन क्या कभी मेला में जाकर निरीक्षण किया है कि उनके द्वारा निर्देशित बिन्दुओं का पालन भी किया जा रहा है अथवा नहीं  ! याद रहे कि जिले में बीबीनगर, स्याना, खानपुर, दौलतपुर, औरंगाबाद, जहांगीराबाद,डिबाई



,नरोरा, अहमदगढ़, शिकारपुर,पहासू,छतारी,झाझर, ककोड और गुलाबठी आदि कस्बों में कभी न कभी होता है मेलों का संचालन ! 

उक्त प्रकरण का संज्ञान लेकर मनोरंजन, बिजली और फायर ब्रिगेड विभाग के जिम्मेदार अफसरों को जनहित में NOC जारी करने से पहले और मेला संचालन दौरान निरीक्षण कर सुनिश्चित करना चाहिए कि कहीं कोई अनियमितताएं तो नहीं बरती जा रहीं हैं जिससे कोई अप्रिय घटना घटित न होने पाएं आगे मर्जी भगवान की !